बीज के लिए बरसीम की फ़सल को काट कर सुका लें और छान कर बारिश से पहले संभाल लें। चारे की फ़सल को पानी देते रहे और सूखा न होने दें। पूरा वर्ष हरा चारा उगाने के लिए चारे वाली फसलों की समय पर बिजाई करते रहें। चारे वाली फ़सल की कटाई सही समय पर करें या जब फ़सल कटाई की अवस्था में हो। इस तरह पशुओं को सस्ता और बढ़िया चारा मिल सकेगा और दूध पैदा करने के लिए खर्चा भी कम होगा। खरीफ़ का हरा चारा लगातार लेने के लिए थोड़े अंतराल पर बिजाई करते रहें। पिछेते चारे के लिए चरी की बिजाई करें। अगर लोबिया बीज उत्पादन के लिए बोना हो तो जुलाई के दुसरे पखवाड़े इस की बिजाई कर दें। ग़ैर फ़लीदार चारा काट कर फ़लीदार चारा जैसे गवारा या लोबिया में मिला के बोयें।