द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2020-06-10 18:12:58
Advisory for farmers from PAU experts
मौसम की भविष्यवाणी: पंजाब में 9—12 जून तक हल्के बादल छाए रहेंगे और कुछ कुछ जगहों पर हल्के छींटे पड़ने का अनुमान है।
चेतावनी: आने वाले दिनों के दौरान कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने से (हवा की गति 30—40 किलोमीटर प्रति घंटा) गर्ज —चमक से छींटे पड़ने का अनुमान है।
अगले दो दिनों का मौसम: कुछ क्षेत्रों में बारिश/छींटे पड़ने का अनुमान है।
किसानों के लिए मौसम और फसलों का हाल : फलदार पौधे और सब्ज़ियों की खड़ी फसलों को एक सप्ताह के बाद पानी लगाएं ।
खेती फसलें :
नरमा : कंघी बूटी और पीली बूटी को मेढ़ों से खत्म कर दें सफेद मक्खी को फैलने से रोकने के लिए बिजाई से पहले खाली स्थानों, सड़कों के किनारों, किनारो मेढ़ों और बेकार पड़ी भूमी से सफेद मक्खी के बदलवे नदीन जैसे कि कंघी बूटी, पीली बूटी, पुठ कंडा, धतूरा, भंग आदि को नष्ट कर दें।
धान : इन दिनों में किसान भाई धान की सीधी बिजाई कर लें।
अगले सप्ताह से धान की पनीरी लवाना शुरू कर लें।
धान की पनीरी को जरूरत के अनुसार पानी देते रहें।
गन्ना : गन्ना की फसल को 8—10 दिनों के फर्क से पानी देते रहें।
काले खटमल की रोकथाम के लिए 350 मि.ली. डरसबान/लीथल/मासबान/गोल्डबान 20 ताकत को 400 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। छिड़काव पत्तों की गोभ की तरफ करें।
गन्ने में दीमक के हमले की रोकथाम के लिए 400 लीटर ईमिडाकलोपरिड 17.8 ताकत को फुहारे से गन्नों के कतारों के साथ बिजाई से 45 दिनों बाद छिड़काव करें।
सब्ज़ियां : सब्ज़ियां की खड़ी फसलों को एक सप्ताह के बाद पानी लगाएं।
सभी सब्जियां जैसे कि हलवा कद्दू, मिर्च, राम तोरी, तरबूज, टींडे, खरबूज़े, खीरे, बैंगन, लोबिया, भिंडी आदि की तुड़ाई शुरू कर दें।
सब्ज़ियों को एक दिन छोड़कर शाम को तोड़े क्योंकि सुबह के समय इनमें पर—प्रागण क्रिया ख़राब हो सकती है।
यह समय भिंडी और कद्दू जाती की सब्ज़ियों जैसे कि घीया कद्दू, घियातोरी, करेले, टींडे की बिजाई के लिए अनुकूल है।
बागवानी : बहुत सारे फलदार पौधों जैसे कि नींबू, आम, नाशपाती, लीची आदि को फल लगा होता है इसलिए इन्हें पानी सही समय पर दें।
गर्मी के बुरे प्रभाव से फलदार पौधों को बचाने के लिए तनों पर कली(सफैदी)करें। फलदार पौधों को सप्ताह में दो बार पानी दें।
अच्छे विकास के लिए अमरूद के पौधों को देसी रूडी की खाद डालें।