द्वारा प्रकाशित किया गया था Maharana Pratap University of Agriculture & Technology, Udaipur
पंजाब
2021-12-27 11:16:57
Advisory for farmers cultivating Wheat and Mustard
गेहूं- जिन किसानों की देरी से बोई गई गेहूं की फसल 21 से 25 दिन की हो गई है, वे पहली सिंचाई करें।
सिंचाई के बाद उर्वरक की दूसरी मात्रा 80 किलो यूरिया प्रति हेक्टेयर डालें।
गेहूं की फसल में चौड़ी एवं घास कुल दोनों प्रकार के खरपतवारों के प्रभावी नियंत्रण के लिए mesosulfuron methyl 3 प्रतिशत (12 ग्राम हेक्टेयर) iodosulfuron-methyl 0.6 प्रतिशत WG (24 ग्राम हेक्टेयर) बुवाई के 25 से 30 बाद clodinafop 15 प्रतिशत (60 ग्राम हेक्टेयर) metsulfuron-methyl 1.0 प्रतिशत WG (4 ग्राम हेक्टेयर) बुवाई के 30 से 40 दिन घोल का छिड़काव करें।
सरसों- औसत तापमान में कमी को ध्यान में रखते हुए सरसों की फसल में सफेद रतुआ रोग की नियमित रूप से निगरानी करें।
रोग दिखाई देने पर mancozeb 2 प्रतिशत हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
मोयला की रोकथाम हेतु methyl parathion 2 प्रतिशत या malathion 5 प्रतिशत चूर्ण 20-25 किलोग्राम हेक्टेयर डालें।