द्वारा प्रकाशित किया गया था Govind Ballabh Pant University of Agriculture & Technology, Udham Singh Nagar, Uttarakhand
पंजाब
2022-01-01 10:19:18
Advisory for farmers cultivating Potato, Capsicum and Peas
आलू- आलू के पिछेती झुलस रोग के प्रकोप से बचाव हेतु, आलू उत्पादक किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि इस स्तिथि में cymoxanil + mancozeb अथवा Dimethomorph + Mancozeb अथवा Fenamidone + mancozeb में से किसी एक सम्मिश्रण फफूंदनाशी का 3.0 ग्राम प्रति लीटर की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।
रोग की अत्यधिक तीव्रता बढ़ने पर ऊपर दिए गए किसी एक सम्मिश्रण फफूंदनाशी का 10 से 15 दिन के अंतराल में पुन: छिड़काव करें लेकिन किसान भाइयों से अनुरोध है कि एक सम्मिश्रण फफूंदनाशी का एक बार ही छिड़काव हेतु प्रयोग करें।
सम्मिश्रण फफूंदनाशी के छिड़काव उपरांत रोग की तीव्रता कम होने पर आवश्यकतानुसार Mancozeb नामक फफूंदनाशी का 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।
शिमला मिर्च- पर्वतीय क्षेत्रों में जहाँ पॉलीहाउस के भीतर टमाटर, शिमला मिर्च एवं खीरा की खेती की जानी हैं, में सफाई कर मिट्टी की खुदाई करें तथा फार्मलीन जैसे रसायन से उपचार करें।
मटर- मध्यम ऊँचें पर्वतीय क्षेत्रों में जहाँ ओला गिरने की संभावना रहती हैं में तुरंत खेती कर तैयारी कर मटर की प्रजाति Arkel या अन्य अगेती प्रजाति की बुवाई करें।