द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-09-23 13:01:31
Advisory for farmers cultivating Paddy and Cotton crops
धान- ज़रूरत अनुसार यूरिया के प्रयोग के लिए PAU पत्ता रंग चार्ट विधि का प्रयोग करें।
धान की फसल के तने के आस पास पत्ते के झुलस रोग के हमले से बचाव के ले मेंढ़ को साफ रखें। यदि हमला नज़र आये तो 150 ml पल्सर या 26.8gm एपिक 80gm nativo या 200ml amistar top या टिल्ट या फोलिकर को 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।
धान की फसल को झूठी कांगियारी से बचाने के लिए फसल के गोभ में आने के समय 500gm कोसाइड या 400ml गैलीलियो वेअ को 200 लीटर पानी में घोल पर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।
यदि गोभ की सूंडी या पत्ता लपेट की सूंडी का हमला आर्थिक कगार स्तर से अधिक हो तो इसकी रोकथाम के लिए 80ml नीम आधारित कीटनाशक इकोटिन या 20ml फेम 480 SC या 60ml कोराजन 18.5 SC या 170gm मोरटर 75 SC या 1 लीटर कोरोबान/ड्रमट/फोर्स 20 EC को 100 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।
नरमा- कपास के खेत में सफेद मक्खी के फैलाव को रोकने के लिए खाली जगह, सड़क के किनारो और मेंढ़ और खाली जमीन में से सफेद मक्खी के बदलते नदीन को खत्म करें और लगातार सर्वेक्षण करते रहें और जरुरत अनुसार इसकी रोकथाम करें।
नरमे के खेत से पत्ता लपेट विषाणु के साथ प्रभावित पौधे को समय-समय पर उखाड़ कर दबा दें। बरसात के बाद उल्ली के धब्बे का हमला हो सकता है इसके बचाव के लिए 200ml amistar top को 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ छिड़काव करें।
गुलाबी सूंडी की रोकथाम के लिए सटिका/ डैल्टा ट्रैप का प्रयोग करें जिसमें कम से कम 10 माइक्रो लीटर फेरोमोन प्रति लिओर (गॉसिपलोर) हो और इसे फसल से 15cm ऊंचा रखें। लिओर को 15 दिनों के बाद बदलें और एक ट्रैप प्रति हैक्टेयर प्रयोग करें।