द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2019-09-13 14:01:43
Advisory for Farm Forestry in the month of September
वन खेती संबंधी किसानों के लिए सुझाव नीचे दिए अनुसार है:
पोपलर : जब तापमान कम होना शुरू हो जाये तो पानी सप्ताह की बजाए 15 दिन के बाद लगाना चाहिए। तीन साल से कम उम्र के पोपलर के नीचे पतझड़ गन्ने को लगाया जाता है। जबकि चारे के लिए मक्की, चरी और बाजरा की फसल किसी भी उम्र के पोपलर में लगाई जा सकती है। यह समय पोपलर के पत्ते खाने वाली सुंडियों के हमले का है। इनकी रोकथाम के लिए खराब पत्तों को तोड़कर जला देना चाहिए।
सफेदा : सफेदे की नर्सरी की बिजाई करने का अनुकूल समय है। उभरे हुए कियारे में 20 ग्राम बीज प्रति वर्ग मीटर की दर के साथ या 10 सेंटीमीटर चौड़ी लाइनों में ही छींटा देना चाहिए। कियारियों को घास के बने छप्पर से ढक दीजिये और फुहारे से ज़्यादाबार पानी की स्प्रे करते रहें ताकि मिट्टी की सतह गीली रहे। बीज उगने के बाद जब पनीरी के 3-4 पत्ते निकल आएं तो इन्हे पॉलीथीन के लिफाफों (9''×6'' इंच आकार) में जो कि नर्सरी की मिट्टी और गली सड़ी रूडी के अनुपात में बनाई हुई मिश्रण से भरे हुए हो, में बदल दें। जब पनीरी बिजाई के लायक हो जाये तो 50×50×50 सेंटीमीटर के गड्डे निकालकर ऊपर वाली मिट्टी मिलाकर भर दें। पौधों को पानी लगा दें।