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द्वारा प्रकाशित किया गया था पशुपालन विभाग,पंजाब
2020-09-12 15:25:19

पशुओं के कान में टैग लगाकर पहचान बनाये

पशुओं के कान में टैग लगाकर पहचान बनाये

सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं- 

  • सभी पशुओं को टीका लगाने से पहले कानों को टैग लगाकर पंजीकरण करवाना जाना चाहिए। यह पशुओं के लिए एक प्रकार का आधार कार्ड है।
  • हर पशुओं के कान को टैग करना जरूरी है। 
  • पशुओं की पहचान करने के लिए, पशुओं के कान में 12 नंबर का टैग लगाया जाएगा जो बिल्कुल मुफ्त होगा और साथ ही जानवर और उसके मालिक के रिकॉर्ड को ऑनलाइन किया जाएगा और कहीं से भी देखा जा सकता है।
  • मस्नूई गर्भधान, संभोग की जानकारी, गर्भाधान और ब्याने के संबंध में पूरी जानकारी ऑनलाइन दर्ज की जा रही है।
  • इसके अलावा सबसे अच्छा दूध देने वाले पशुओं के दूध का रिकॉर्ड भी ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा इस तरह से पशु की वंश का सही रिकॉर्ड रखा जाएगा।
  • मस्नूई गर्भधान के ज़रिये से पैदा होने वाली महिला के पिता के रिकॉर्ड के कारण इनब्रीडिंग से बचा जा सकता है।
  • टैग किए गए जानवर के मालिक को समय-समय पर टीकाकरण, गर्भावस्था परीक्षण और संबंधित जानवर की ब्याने के बारे में फोन संदेश द्वारा सूचित किया जाएगा।
  • इसके ज़रिये सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान का लाभ पशुपालकों को सही समय पर आसानी से मिल जाएगा।
  • भविष्य में सरकार जानवरों को ऑनलाइन खरीदने और बेचने की योजना बना रही है इसलिए कान के टैग जानवरों को ऑनलाइन खरीदने और बेचने में मदद करेंगे।
  • एक बार टैग किए जाने के बाद, खोए और चोरी किए गए जानवरों को आसानी से पहचाना जा सकता है
  • भविष्य में सरकार से किसी भी प्रकार की पशु संबंधी सुविधा प्राप्त करने के लिए, पशु के कान का टैग होना जरूरी होगा।

अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के डिप्टी डाइरेक्टर कमिश्नर, पशुपालन से संपर्क करें।