द्वारा प्रकाशित किया गया था Maharana Pratap University of Agriculture & Technology, Udaipur
पंजाब
2021-06-29 09:38:40
Sow improved varieties of Maize, Paddy and Soybean
कोविड-19 के कारण किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों और सलाह के अनुसार सभी कृषि कार्यों के दौरान उचित अंतराल बनाए रखें, मास्क का उपयोग करें और अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण करवाएं। खरीफ की फसलों की बुवाई के लिए खेतों की तैयारी का कार्य आरंभ करें, वर्षा जल के मुद्रा में संचित करने के लिए खेतों की गहरी जुताई करें। मुद्रा की जल धारण क्षमता बढ़ाने के लिए 10 टन गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर डालें।
मक्का- जिन किसानों के पिछले दिनों में वर्षा होने से मुद्रा में बुवाई हेतु पर्याप्त नमि है, वे मक्का की बुवाई करें। बुवाई से पूर्व बीजों को पहले फफूंदीनाशी के बाद जैव उर्वरक PSB व Azotobacter से उपचारित अवश्य करें। मक्का की उन्नत किस्में- Pratap QPM-1, HQPM-1, QPM-5, PEHM-2, Pratap hybrid maize-1, Pratap Makka-9, Pratap hybrid Makka-3, Bio-9682, DHM-121 आदि।
सोयाबीन- सोयाबीन की बुवाई पर्याप्त नमी होने पर करें। एक हेक्टेयर की बुवाई के लिए 80 किलो प्रमाणित बीज का प्रयोग करें। बुवाई से पूर्व प्रति किलो बीज को 3 ग्राम thiaram या 1 ग्राम carbendazim द्वारा उपचारित करें। सोयाबीन बीजों को बुवाई पूर्व Rhizobium culture से बीजोपचार करना आवश्यक है। सोयाबीन की उन्नत किस्में- Pratap Soya-1, Pratap Soya-45, , Pratap Raj Soya- 24 (RKS-24), JS 20-34, JS 20-29 आदि।