द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-08-13 09:43:53
In this way, prevent diseases affecting cotton and sugarcane crop
नरमा- बारिश का पानी खेत में खड़ा न होने दें क्योंकि यह फसल अधिक पानी को नहीं सहार सकती। इसके साथ पैरा विल्ट होने की संभावना बढ़ जाती है। पैरा विल्ट के लक्षण देखते ही इस पौधों पर कोबाल्ट क्लोराइड 10 मिलीग्राम प्रति लीटर पानी में घोल कर स्प्रे करें।
कपास के खेत में सफेद मक्खी के फैलाव को रोकने के लिए खाली जगह, सड़क के किनारे और ख़ालियों की मेंढ़ और खाली जमीन से सफेद मक्खी के बदलते नदीन जैसे कि कंघी बूटी, पुठ कंडा, धतूरा, भांग आदि को खत्म करें और लगातार सर्वेक्षण करते रहें और जरुरत अनुसार इसकी रोकथाम करें।
नरमे के खेत से पत्ता लपेट विषाणु से प्रभावित पौधों को समय समय पर उखाड़ कर दबा दें। बरसात के बाद उल्ली के धब्बे का हमला हो सकता है इसके बचाव के लिए 200 मिलीलीटर amistar top को 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ छिड़काव साफ मौसम होने पर करें।
गन्ना- काले खटमल की रोकथाम के लिए 350 मिलीलीटर डरसबान/लीथल/मासबान/गोल्डबान 20 ताकत को 400 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ पर छिड़काव करें। छिड़काव पत्तों की गोभ की तरफ करें।