विशेषज्ञ सलाहकार विवरण

idea99rice_pau_17th_Sep.jpg
द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-09-17 10:28:56

Advisory for the farmers growing Rice

धान- जरुरत अनुसार यूरिया के प्रयोग के लिए PAU पत्ता रंग चार्ट विधि का प्रयोग करें।

  • धान की फसल के तने के आस पास पत्ते के झुलस रोग के हमले से बचाव के ले मेंढ़ को साफ रखें। यदि हमला नज़र आये तो 150 ml पल्सर या 26.8gm एपिक 80gm nativo या 200ml amistar top या टिल्ट या फोलिकर को 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।
  • बासमती की फसल में झंडा रोग के साथ प्रभावित पौधे को उखाड़ कर दबा दें।
  • धान में चूहे की रोकथाम के लिए शाम को चूहे द्वारा बनाए सुराख का मुँह बंद करें और अगले दिन ताज़े बनाए सुराख में 10 -10gm जिंक फास्फाइड वाले चोग को कागज़ की ढीली पुड़िया में लगभग 6 इंच हर सुराख के अंदर रखें। अच्छे परिणाम के लिए चूहेमार मुहीम का गांव स्तर पर अपनाना बहुत जरुरी है।
  • धान की फसल को झूठी कांगियारी से बचाने के लिए फसल के गोभ में आने के समय 500gm कोसाइड या 400ml गैलीलियो वेअ को 200 लीटर पानी में घोल पर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।
  • यदि गोभ की सूंडी या पत्ता लपेट की सूंडी का हमला आर्थिक कगार स्तर से अधिक हो तो इसकी रोकथाम के लिए 80ml नीम आधारित कीटनाशक इकोटिन या 20ml फेम 480 SC या 60ml कोराजन 18.5 SC या 170gm मोरटर 75 SC या 1 लीटर कोरोबान/ड्रमट/फोर्स 20 EC को 100 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।