द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2022-02-04 14:23:34
Advisory for farmers cultivating Carrot, Radish, Turnip, Coriander and Peas
सब्जियां- सब्जियां जैसे कि आलू, गाजर, मूली, शलगम, पालक, धनिया, मेथी, लहसुन और मटर, टमाटर, बैंगन, मिर्च और शिमला मिर्च के खेतों की मल्चिंग की जा सकती है।
मल्चिंग का प्रयोग करने से ज़मीन का तापमान कुछ हद तक बना रहता है।
यह समय फूल गोभी की पिछेती मौसम की किस्मों की पनीरी लगाने के लिए अनुकूल है ।
गाजर, मूली, शलगम, पालक, धनिया, मेथी, लहसुन और मटर की मुख्य समय की किस्में जैसे कि पंजाब-89 और मीठी फली की बिजाई के लिए अनुकूल समय है।
यह समय टमाटर बैंगन, मिर्च और शिमला मिर्च की पनीरी की बिजाई के लिए अनुकूल है।
प्याज की पनीरी की बिजाई के लिए 4 से 5 किलो बीज प्रति एकड़ बिजाई करें ।
आलू को पिछेते झुलस रोग से बचाने के लिए 500-700gm Indofil M-45/Mass M-45/Markzeb/Antracol/ Kavach या 750-1000 gm Copper Oxychloride 50 WP/Mark copper को 250-350 लीटर में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से हफ्ते हफ्ते के अंतराल पर छिड़काव करें।
आलुओं की फसल को विषाणु रोग से बचाने के लिए अपने खेतों का सर्वेक्षण करें।
यदि विषाणु रोग से प्रभावित पौधे दिखाई दे तो उन्हें आलू सहित उखाड़ कर दबा दें।