मंगलवार को बढ़ा दिल्ली प्रदूषण; हवा की गुणवत्ता हुई बेहद ख़राब
दिल्ली-एनसीआर के शहरों में मंगलवार को प्रदूषण में बेतहासा वृद्धि हुई क्योंकि मौसम प्रदूषण के काफी अनुकूल बन गया। मंगलवार को पूर्वी दिल्ली में मयूर विहार फेस-3, आनंद विहार, पटपड़गंज और आसपास के भागों के साथ-साथ नोएडा में हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के चलते आर्द्रता बढ़ और जिससे हवा में मौजूद प्रदूषण और घना हो गया।
आमतौर पर बारिश होने पर प्रदूषण साफ हो जाता है लेकिन आज हुई बारिश की तीव्रता काफी कम थी जिससे प्रदूषण में कमी आने की बजाए इसमें और वृद्धि देखने को मिली है। सोमवार के मुक़ाबले मंगलवार को दिल्ली और आसपास के सभी भागों में प्रदूषक तत्व बढ़ गए। सबसे अधिक प्रदूषण दिल्ली के चाँदनी चौक में रहा जहां पीएम 2.5 का स्तर 499 और पीएम 10 का स्तर 494 तक पहुंचा।
इसी तरह पीतमपुरा में पीएम 2.5 का स्तर 437 और पीएम 10 का स्तर 419, दिल्ली विश्वविद्यालय के आसपास पीएम 2.5 का स्तर 424 और पीएम 10 का स्तर 436, मथुरा रोड पर पीएम 2.5 का स्तर 411 और पीएम 10 का स्तर 357 रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह नोएडा में पीएम 2.5-411 और पीएम 10-430 के स्तर पर रिकॉर्ड किया गया।
उत्तरी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ जिसके चलते दिल्ली-एनसीआर के शहरों में बारिश के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनी थीं। कल से यह सिस्टम निष्प्रभावी हो जाएगा। अनुमान है कि कम से कम अगले 48 घंटों तक मौसम में कोई बदलाव नहीं होगा जिससे दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद, गुरुग्राम और आसपास के शहरों में प्रदूषण सीवियर कैटेगरी में बना रहेगा।
इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर पर सक्रिय है और पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी दे रहा है। पश्चिमी विक्षोभ 15 नवंबर को आगे निकल जाएगा जिसके चलते पहाड़ों से ठंडी हवाएँ 15 नवंबर से दिल्ली और आसपास के शहरों पर पहुंचेगी। यह हवाएँ शुष्क होंगी और हवा में छाए घने प्रदूषण को साफ कर देंगी। दिल्ली-एनसीआर में दिन और रात के तापमान में 15 नवंबर से तापमान में 3 से 5 डिग्री की भारी गिरावट की भी संभावना है।