आम में गुम्बा रोग से कैसे बचें और बगीचों की करें देखभाल
उधम सिंह नगर
1.अगर आम म ें गुम्बा रोग दिखाई दे तो उसको काटकर निकाल दें तथा जमीन में गढ्ढा बनाकर दबा दें।
2.पिछले वर्ष क े ग ुम्बा बौर (मैंगो माल फारमेंसन) तथा पŸिायों को जिस पर खर्र े का अधिक प्रकोप हो तोड़कर नष्ट कर द ें।
3.गुजिया या करी कीट या मैंगो मिली बग के लिए लगायी गयी पाॅलीथिन पट्टी को किसी साफ कपड़े से साफ करं।े
4.खर्रा रोग का संक्रमण अगर दिखाई पड़े तो निदान हेत ु 0.2 प्रतिशत घुलनशील गंधक (2ग्राम/लीटर) का प्रथम छिड ़काव करें।
5.फरवरी माह म ें बाग की साफ-सफाई करनी चाहिए तथा पाले से बचाव के लिए लगाए गय े पुआल अथवा घास इन्यादि को फरवरी के अन्तिम सप्ताह में निकाल द ेना चाहिए।
6.फल पेड़ों म ें भुनगा कीट के नियंत्रण हेत ु ऐमिडाक्लोरपिड 17.8 एस0एल0 का 0.03 मि0ली0/लीटर की दर से प्रथम छिड ़काव पुष्पगुच्छ की शुरूआत में करें। फल की मटर अवस्था पर थियामैथौक्ज ैम से दूसरा छिड़काव 0.32 ग्राम/लीटर और तीसरा छिड़काव केवल आवश्यकता पड़ने पर दसू रे छिड़काव के 21 दिन बाद एन0एस0के0ई0 5 प्रतिशत का 5 मि0ली0/लीटर की दर स े करें।
7.मटर की पत्तियो पर पील े चकत्ते दिखाई देन े पर प्रोपीकोनाजोल 1 मिली0/ली0 की दर से घोल बनाकर छिड ़काव करे।
8.मटर में पौधों की सूखन े एवं निचली पत्तियां पीले पड़न े की अवस्था में कार्बन्डाजिम 1.0 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर जड़ों की सिंचाई कर ें ।
9.प्याज और लहसुन की पत्तियाॅ उपर से पीली पड़न े पर प्रोपीकोनाजोल या टेबूकोनाजोल का 1 मिली0 प्रति ली0 पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव कर े।
10.आलू एवं टमाटर की फसल में पछेती झुलसा रोग क े प्रकोप से बचाव हेत ु मैनकोजेब 2.5 ग ्रा0/ली0 या काॅपर आॅक्सीक्लोराइड 3.0 ग्रा0 प्रति ली0 पानी की दर से घोल बनाकर छिडकाव कर े।
11.टमाटर में पीलापन लिए हुए भूर े धब्बे दिखाई देने पर मैन्कोजेब 2.5 से 3.0 ग ्राम प्रति लीटर की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।
12.गोभी वर्गीय सब्जियो में पत्ती धब्बा रोग के नियत्रंण हेत ु मैन्कोजेब का 2.5 ग्रा0 प्रति ली0 पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करे।
13.पातगोभी एवं फूलगोभी में निराई गुड़ाई करे यूरिया की टाॅप डेªसिंग व खेत में नमी बनाकर रखें।