आलू की फसल में झुलस रोग के लिए बचाव के उपाय
गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विष्वविद्यालय
पंतनगर, जिला- ऊधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड)
वैज्ञानिकों ने आलू की फसल में पछेती झुलसा रोग की चेतावनी दी पंतनगर। 13 दिसम्बर, 2017। पंतनगर विष्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने किसानों को आलू के पछेती झुलसा रोग के प्रकोप की चेतावनी दी है। यह चेतावनी उन्होंने अखिल भारतीय समन्वित आलू शोध परियोजना, भारतीय मौसम विभाग एवं पंतनगर विष्वविद्यालय द्वारा आलू के पछेती झुलसा रोग के पूर्वानुमान हेतु विकसित इ ंडोब्लाइटीकास्ट माॅडल द्वारा संकेत प्राप्त होने पर दी, जोबताता है कि आलू के पछेती झुलसा रोग के प्रकोप हेतु मौसम अनुकूल हो गया है।
वैज्ञानिकों ने आलू उत्पादक किसानों को सलाह दी है कि वे पछेती झुलसा रोग से बचाव के लिये मैन्कोजेब 72 प्रतिषत घुलनषील चूर्ण की 2.5 ग्राम अथवा काॅपर आॅक्सीक्लोराइड की 3 ग्राम मात्रा प्रति लीटर की दर से घोल बनाकर सुरक्षात्मक छिड़काव करें। यदि मौसम ठण्डा एवं आसमान में बादल बने रहते हैं या हल्की बूंदाबांदी होती है तो यह परिस्थिति रोग के प्रसार हेतु अनुकूल है।
उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि खेत की नियमित निगरानी करते रहें तथा विभिन्न संचार माध्यमों यथा, दैनिक समाचार पत्रों, विष्वविद्यालय की वेबसाइट इत्यादि पर नियमित रूप से निगाह रखें। साथ ही अन्य समाचार माध्यमों पर ध्यान दें तथा समय-समय पर जारी चेतावनी के अनुसार संस्तुतियों का पालन करें।