फलों में बिमारियों की रोकथाम के लिए ये काम करने हैं बहुत जरूरी
उधम सिंह नगर, उत्तराखंड
आम के बौने पौधो में फल की तुड़ाई प्रातः अथवा सांयकाल सिकेटियर की सहायता से तथा उॅचे वृक्षो में फल तोड़क यत्रं की सहायता से की जानी चाहिए।
आम मे फल मक्ख्यिो के नियंत्रण हेतू यौन गंध ट्रैप को बदलना चाहिए तथा एकत्रित मक्खियो को निकालकर फैंक देना चाहिए।
आम की शीघ्र पकने वाली किस्मो की तुड़ाई करे।
कद्दू वर्गीय सब्जियो मे पत्तियो पर अनियमित आकार के चित्तकबरे धब्बे दिखाई देने पर मैनकोजेब 2.5 ग्रा0 प्रति ली0 पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करे।
प्याज मे पत्ती झुलसा रोग के नियंत्रण हेतु टेबुकोनाजोल या डिफिनोकोनाजोल या प्रोपीकोनाजोल का 500 मिली0 प्रति है0 की दर से किसी सर्वांगी कीटनाशी का स्टीकर के साथ मिलाकर छिड़काव करे।
टमाटर व मिर्च की फसल मे सिकुड़े हुए चित्तकबरे पत्ते दिखाई देने पर ग्रसित पौधो को निकालकर नष्ट करे। तथा रस चूसने वाले कीड़ो के नियत्रण्ंा हेतु सर्वागीं कीटनाशी का छिड़काव करंे। पछेती झुलसा रोग के प्रकोप से बचाव हेतु मैनकोजेब 2.5 ग्रा0/ली0 या काॅपर आॅक्सीक्लोराइड 3.0 ग्रा0 प्रति ली0 पानी की दर से घोल बनाकर छिडकाव करे।