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Posted by GB Pant University
Punjab
2018-09-29 13:04:23

फलों व् सब्जियों की देखभाल में इन बातों का रखें ख़ास ध्यान

उधम सिंह नगर, उत्तराखंड

गाजर व मूली के लिए खेत तैयार करें व माह के अंत तक बुवाई करें। मूली की प्रजातियों पूसा रश्मि, जापानी सफेद, चाइना रोज़, पूसा हिमानी तथा गाजर की प्रजातियों जैसे पूसा केसर, अमेरिकन ब्यटूी, पूसा नैनटिस की बुवाई करें।

टमाटर की फसल के लिए पौधशाला का निर्माण कर शीत ऋतु हेतु बीज की बुवाई करें। सामान्य प्रजातियों हेतु 500 ग्राम/है0 व संकर प्रजातियों हेतु 200 से 250 ग्राम/है0 बीज की आवश्यकता है।

अगेती आलू के लिए खेत तैयार करें। 200-250 क्विंटल गोबर की सड़ी खाद खेत मंे मिलाकर माह के अंत तक बुवाई करें। इसके लिए 20-25 क्विंटल बीज प्रति है0 की आवश्यकता होगी।

गांठगोभी की पर्पिल वियना और वाईट वियना प्रजातियों की बुवाई करें।

टमाटर एवं मिर्च की फसल मे जड़ एवं तना संधि सड़न रोग के नियंत्रण हेतु टाईकोडरमा 10 ग्राम/लीटर या कार्बेन्डाजिम 1 ग्राम/लीटर पानी की दर से घोल बनाकर जड़ो की सिंचाई करें।

बगीचें में शाँख गाँठ का प्रकोप होने पर क्यूनौलफाॅस 2 मि0ली0/लीटर के हिसाब से प्रयोग करें।

बाग की जुताई तथा सफाई करवायें तथा खरपतवार का पूरी तरह नियंत्रण करें।

आम में नियमित फलन हेतु पैक्लोब्यूट्राजाॅल का प्रयोग करें। 1मि0ली0 सक्रिय घटक का प्रति मीटर छत्र फैलाव के हिसाब से डालें।

बगीचे मंे पौध रोपण का कार्य जारी रखें।