Posted by गो.ब. पन्त कृषि एवं प्रौद्यो. विष्वविद्यालय, पन्तनगर
Punjab
2019-03-02 13:15:30
Weather forecast for the next five days for Nainital district
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मौसम पूर्वानुमानः
भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के अन्तगर्त राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र, भारत मौसम विज्ञान विभाग, मौसम भवन, नई दिल्ली द्वारा पूर्वानुमानित तथा मौसम केन्द्र, देहरादून द्वारा संसोधित पूवा र्नुमानित मध्यम अवधि मौसम आंकड़ों के आधार पर कृषि मौसम विज्ञान विभाग में स्थित कृषि मौसम विज्ञान प्रक्षेत्र इकाई (AMFU) गो0 ब0 पन्त कृषि एवं प्रौद्यो0 विश्वविद्यालय, पन्तनगर द्वारा नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में अगले पाँच दिनों में निम्न मौसम रहने की संभावना व्यक्त की जाती है:
पूर्वानुमानितमौसमतत्व
मौसमपूर्वानुमान - नैनीताल
02/03/2019
03/03/2019
04/03/2019
05/03/2019
06/03/2019
वर्षा (मिमी0)
0
5
3
3
3
बादल
आंशिक बादल
घने बादल
मध्यम बादल
मध्यम बादल
मध्यम बादल
अधिक्तर तापमान(डिग्रीसे.ग्रे)
12
14
11
12
12
न्यूनतम तापमान(डिग्रीसे.ग्रे)
2
3
3
2
2
अधिक्तम सापेक्षित आद्रता (प्रतिशत)
80
85
85
85
85
न्यूनतम सापेक्षित आद्रता (प्रतिशत)
40
45
45
45
45
हवा की औसत गति(कि0मी0 प्रतिघंटा)
006
004
006
004
004
हवा की दिशा
उत्तर-पश्चिम
उत्तर-पश्चिम
पूर्व-दक्षिण-पूर्व
उत्तर-उत्तर-पश्चिम
उत्तर-उत्तर-पश्चिम
भारत मौसम विज्ञान विभाग के नैनीताल स्थित मौसम विज्ञान वेधशाला (समुद्रतल से ऊँचाई-2084 मीटर) के प्रेक्षणानुसार विगत सात दिनों (22-28 फरवरी 2019) में आसमान साफ़ रहने के मध्यम बादल छाए रहे| अधिकतम तापमान 6.7 से 16.6 डि0से0 एवं न्यूनतम तापमान 1.9 से 5.3 डि0से0 के बीच रहा।
ऐसे अनुमानित मौसम में गो0ब0 पन्त कृषि एवं प्रौद्यो0 विश्वविद्यालय, पन्तनगर के वैज्ञानिकों द्वारा इस क्षेत्र के कृषक भाइयों को सलाह दी जाती है कि इस मौसम में विभिन्न फसलों के लिए खेतों में निम्नानुसार कार्यक्रम अपनायें।
कृषि मौसम परामर्श
फसल
अवस्था
कृषि मौसम सलाह समिति द्वारा किसानों हेतु कृषि सलाह
गेहूं, जों
बूटिंग
आगामी दिनों में वर्षा को ध्यान मे रखते हुए किसान भईयो को
सलाह दी जाती है कि आगामी कुछ दिनो तक फसलों मे सिंचाई
न करें।
गन्ना
अगेती-कटाई
पछेती-बुवाई
गन्ना की अगेती फसल की कटाई करें। नई फसल की बुवाई
मौसम को ध्यान मे रखकर करें। बसंतकालीन गन्ना की बुवाई
15 मार्च तक पूरा कर लेनी चाहिए। गन्ना बीज हेतु गन्ना के
उपरी दो तिहाई भाग का प्रयोग करेंगें। प्रति हैक्टर 3 आँखें वाले
40-50 हजार टकु ड़े प्रयोग करें। लाईन पूरब-पश्चिम दिशा में
75 से0मी0 की दूरी पर बनाए।
प्याज
निराई-गुडाई
प्याज की फसल मे निराई-गुडाई करें।
टमाटर
अगेती-तुड़ाई
पछेती-फूल की अवस्था
टमाटर की पछेती फसल मे फलों की तुड़ाई व नई या अगेती
फसल मे निराई-गुड़ाई करें।
शिमला मिर्च
-
शिमला मिर्च के फलो की तुड़ाई करें।
बैंगन
-
बैंगन की फसल में निराई-गुडाई करे।
सेब, नाशपाती, अखरोट, खुबानी आदि
बुवाई
पूर्व में आरक्षित किये शीतोष्ण फल वृक्षो जैसे सेब, नाशपाती, खुबानी, अखरोट आदि फल वृक्षो को लगाने का कार्य प्रारम्भ करें।
पशुपालन
-
जानवरों में प्रसव दर को ध्यान में रखते हुए पशुशाला को अच्छी तरह साफ-सुथरा, सूखा, रोशनीदार, हवादार होना चाहिए। इसके लिए नालियों में तथा आस-पास सूखे चूने का छिड़काव करें तथा जानवर के नीचे सूखा चारा बिछा दें। प्रसव के उपरांत स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें। ठडं का समय आ गया है अतः ठंड से बचाव हेतु पशुपालक इसकी ओर ध्यान दें।
मुर्गी पालन
-
मुर्गियों के आवास के तापमान का अनुरक्षण करें। सरद ऋतु में बिछावन की मोटाई बढा दे जिससे कुक्कुट को पर्याप्त गर्मी मिलती रहे।