मूंग की बुर्वाइ मार्च के दूसरे पखवाड़े से 10 अप्रैल तक
उधम सिंह नगर, उत्तराखंड
1.मूंग की बुर्वाइ मार्च के दूसरे पखवाड़े से 10 अप्रैल तक कर सकते हैं।
2.मूंग की पंत मूंग -5, सम्राट आदि प्रजातियो की की बुर्वाइ 25-30 सेमी0 की दूरी पर बनी र्लाइ नों में करे। बीज की दर 20-25 किलोग्राम रखें। बुर्वाइ की गहर्राइ 3-4 सेमी रखें।
3.चारे वाली फसलों-चरी, मक्का, बाजरा, मकचरी, लोबिया और ज्वार आदि की बुर्वाइ मार्च माह में कर सकते है। इनकी बुर्वाइ पूरे मार्च माह तक करें।
4.सरसों वर्गीय फसलाें में पत्तियों पर भूरे रंग के गा ेल छल्लेदार धब्बे दिर्खाइ देने पर मैनकोजेब 1.5 से 2.0 किग्रा0 प्रति ली0 की दर से छिड़काव करे।
5.गेहूँ की फसल मे निचली पत्तियाे पर पीले रंग के फफोले दिर्खाइ देने पर या पत्तियो पर भूरे धब्बे या नोक से पत्तियो के पीले पड़ कर मुरझाने पर प्रोपीकोनाजोल 2र्5 इ 0 सी0 का 1 लीटर/हैक्टेयर की दर से छिड़काव करंे।
6.गेहॅू मे पीली गेर्रूइ के प्रकोप में पत्तियाँ पीली पड़ जाती है। खेत में पत्तियों को छूने से पीला रंग हाथ में लगे ताे रोग के लक्षण दिर्खाइ देते ही प्रोपीकोनाजाल 2र्5 इ 0 जो टिल्ट यादि के व्यवसायिक नाम से बाजार में उपलब्ध है े 500 मि0ली0 हैक्टर की दर से 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।