उद्यान प्रबंध के लिए जी बी पंत विश्विद्यालय द्वारा सलाह
10 December 2017
1.टमाटर में पीलापन लिए हुए भूरे धब्बे दिखाई देने पर मैन्कोजेब 2.5 से 3.0 ग्राम प्रति लीटर की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।
2.बैगन के मुर्झाने की अवस्था मे कार्बन्डाजिम 1.0 गा्र म प्रति लीटर की दर से छिड़काव करें। यदि पूरा पौधा सूख रहा हो तो इसी घोल से जड ़ों की सिंर्चाइ कर ें।
3.टमाटर के मुर्झाने की अवस्था मे ट्राइकोडर्मा हरजियानम या सूडोमोनास फला ेरीसेंस का 8 से 10 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर संक ्रमित पा ैधो व उसक े आस पास क पौधो मे छिड़काव करे।
4.मटर म ें पौधों की सूखने एवं निचली पत्तियां पीले पड़ने की अवस्था में कार्बन्डाजिम 1.0 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर जड़ों की सिंचाई करें।
5.मिर्च एवं टमाटर म े ं उपरी पत्तियाॅ सिक ुड़ने या चित्तकबरी होन े की स्थिति में संक्रमित पौधो कों निकालकर नष्ट कर दे तथा रोगवाहक कीटो के नियंत्रण हेतु किसी सर्वां गी कीटनाशी का छिड़काव करे।
6.गोभी वर्गीय सब्जियो में पत्ती धब्बा रोग के नियत्रंण हेतु मैन्कोजेब का 2.5 ग्रा0 प्रति ली0 पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव कर।े
7.फोमा ब्लाइट के नियंत्रण के लिए आवश्यकता पड़ने पर 0.3 प्रतिशत काॅपर आक्सीक्लोराइड (3.0ग ्राम/लीटर) का छिड़काव करना चाहिए।
8.बागों की गहरी जुताई करे, जिससे मिज कीट, फल मक्खी, गुजिया कीट एवं जाले वाले कीट की वे अवस्थाए ँ जो जमीन में दूसरे वर्ष आने तक पड़ी रहती हैं, नष्ट हो जाय।े
9.पपीता, आम एवं लीची के नये रोपित पौधों का े पाले से बचान े हेत ु सूखी घास-फूस एकत्रित कर लें ताकि इन पा ैधों का े पाले से बचाने हेतु 15 दिसम्बर एवं उसके बाद कवर किया जा सके।
10.मिर्च मं े थ्रिप्स के नियंत्रण हेतु लैम्डा साइहैलोथ्रिन 5 इसी 300मि0ली0/है0 या फिप्रोनिल 5 एस0सी0 1लीटर/है0 की दर से छिड़काव करें।
11.मिर्च मं े माइट के नियंत्रण के लिए डाईफेन्थयुरान 50डब्लू0पी0 600ग्रा0/है0 या लम्ै डासाइहैलोथ्रिन 5इसी 300मि0ली0/है0 की दर से छिड़काव करें।