Posted by कृषि अनुसंधान केन्द्र, उदयपुर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, आर‐सी‐ए‐-केम्पस,
Punjab
2018-05-03 09:56:04
भीलवाड़ा जिले के लिए मौसम आधारित कृषि परामर्श
अवधिः 2 मई 2018 से 6 मई 2018
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान विभाग, जयपुर से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आगामी 5 दिनों में भीलवाड़ा जिले में हल्के बादल छाये रहने की संभावना है। हवा की गति 4 से 8 किलोमीटर प्रतिधण्टा के वेग से पश्चिमी से दक्षिणी पूर्वी दिशा से चलने तथा अधिकतम तापमान 43 से 44 एवं न्यूनतम 26 से 27 डिग्री से. रहने के साथ साथ वायु में आर्द ता की मात्रा अधिकतम 46 से 49 प्रतिशत तक एवं न्यूनतम 7 से 9 प्रतिशत रहने की सम्भावना है।
अगले पॉंच दिनों के मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर किसान भाईयाें काे सलाह दी जाती है किः
रबी फसलो के सुरक्षित भण्डारण के लिए गोदाम की दीवारें, आंगन और छत कि सफाई कर मैलाथियॉन दवाई का छिड़काव करें। एक हिस्सा मैलाथियॉन 100 हिस्सा पानी में घोल कर छिड़काव करें।
इस समय वातावरण का तापमान अधिक है एवं नमी कम है जिससे किटो व बीमारियों का प्रकोप कम होता है, अतः अनावश्यक रूप से किटनाशियो का प्रयोग नही करें।
इस समय वातावरण में तापमान व हवा की गति अधिक होने के कारण वाष्पोत्सर्ज न कि दर बढ सकती है अतः मृदा में नमी को बनाये रखने के लिए सब्जियो व फसलो में सिंचाई के अन्तराल को कम कर 5-6 दिन के अन्तराल पर सिंचाई करें।
जिन किसानो के खेत खाली हो गये हो वें खेतो की गहरी जुताई कर खुला छोड़ दें जिससे गर्मी के कारण किटो के अण्डे नष्ट हो जायेंगें व वर्षा का पानी खेत में गहराई तक जा सकेगा।
खेत की मिट्टी को मृदा परीक्षण प्रयोगषाला में भिजवाकर परिक्षण करवायें। खेतो की उर्वरकता बढाने हेतु हरी खाद की फसलो कि बुवाई करे जैसे- ढैंचा सनई।
भिण्ड़ी में तना व फल छेदक के नियन्त्रण हेतु मैलाथियॉन 2 मि.ली. या थारॉन 1 मि.ली. प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करे।
मिर्च की रोपाई के एक माह बाद 40-44 किलो यूरिया तथा 45 दिन बाद 40-44 किलो यूरिया पुनः डाले।सिंचाई कर तथा निराई गुराई आवश्यक रुप से करे।
खाली खेतों में गहरी जुताई कर खुला छोड़ दे।
खेतो की उर्वरकता बढाने हेत ु हरी खाद की फसलो कि बुवाई करे जैसे- ढैंचा सनई।