Expert Advisory Details

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Posted by कृषि अनुसंधान केन्द्र, उदयपुर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, आर‐सी‐ए-केम्पस
Punjab
2018-05-09 10:25:42

चितौडगढ जिले के लिए मौसम आधारित कृषि परामर्श 

अवधिः 9 मई 2018 से 13 मई 2018

मौसम का पूर्वानुमान

मौसम विज्ञान विभाग, पुणे से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आगामी 5 दिनों में चितौडगढ जिले के लिए मौसम आधारित कृषि परामर्श 

जिले में हल्के बादल छाये रहने की संभावना है। हवा की गति 15 से 19 किलोमीटर प्रतिधण्टा के वेग से पश्चिमी से दक्षिणी पश्चिमी दिशा से चलने तथा अधिकतम तापमान 40 से 43 एवं न्यूनतम 24 से 28 डिग्री से. रहने के साथ साथ वायु में आर्द ता की मात्रा अधिकतम 33 से 48 प्रतिशत तक एवं न्यूनतम 10 से 15 प्रतिशत रहने की सम्भावना है।

अगले पाॅंच दिनों के मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर किसान भाईयाें काे सलाह दी जाती है किः मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त सूचनाओं के आधार धुल भरी आॅधी आने की संभावना के कारण

किसानो को यह सलाह दी जाती हें कि वह अपने परिवार तथा फसलो व मवेशियों की उचित सुरक्षा की व्यवस्था करें व उन्हें बिजली के खंभो सें दुर रखें।

इस समय वातावरण में तापमान व हवा की गति अधिक होन े के कारण वाष्पोत्सर्ज न कि दर बढ सकती है अतः मृदा में नमी को बनाये रखने के लिए सब्जियो व फसलो में सिंचाई के अन्तराल को कम कर 5-6 दिन के अन्तराल पर सिंचाई करें।

जिन किसानो के खेत खाली हो गये हो वें खेतो की गहरी जुताई कर खुला छोड़ दें जिससे गर्मी के कारण किटो के अण्डे नष्ट हो जायेंगें व वर्षा का पानी खेत में गहराई तक जा सकेगा।

खेत की मिट्टी को मृदा परीक्षण प्रयोगषाला में भिजवाकर परिक्षण करवायें। खेतो की उर्वरकता बढाने हेतु हरी खाद की फसलो कि बुवाई करे जैसे- ढैंचा सनई।

भिण्ड़ी में तना व फल छेदक के नियन्त्रण हेतु मैलाथियाॅन 2 मि.ली. या थाराॅन 1 मि.ली. प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करे।

मिर्च की रोपाई के एक माह बाद 40-44 किलो यूरिया तथा 45 दिन बाद 40-44 किलो यूरिया पुनः डाले।सिंचाई कर तथा निराई गुराई आवश्यक रुप से करे।

खाली खेतों में गहरी जुताई कर खुला छोड़ दे।

खेतो की उर्वरकता बढाने हेतु हरी खाद की फसलो कि बुवाई करे जैसे- ढैंचा सनई।