1. नीम की 10-12 किग्रा पत्तियां 200 लीटर पानी में 4 दिन तक भिगो कर रखें। जब पानी हरा-पीला होने लगे तो इसे निचोड़ कर छान लें। इस तरह तैयार किया गया यह मिश्रण एक एकड़ के क्षेत्र में इल्ली की रोकथाम के लिए पर्याप्त होता है।
2. नीम की खली एक आदर्श दीमक नियंत्रक का कार्य करती है। बुआई से पूर्व अंतिम जोताई करते समय खेत में 2 से 3 क्विंटल पिसी हुई नीम की खली मिलाई जाना लाभकारी रहता है। नीम की खली मिलाने से दीमक एवं अन्य कीटों की रोकथाम के अलावा इसमें मौजूद नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश के अलावा अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व पौधों के लिए काफी लाभदायक होता है।
3. दो किग्रा नीम की निंबोली को 10 लीटर पानी में डालकर 4-6 दिन तक रखें। इसे छानकर इसमें 200 लीटर पानी मिलाकर फसलों पर छिड़कने से विभिन्न कीटों तथा इल्लियों पर नियंत्रण किया जा सकता है।