Posted by चै. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार
Punjab
2019-01-04 14:00:12
दिसम्बर-जनवरी महीने में जई फसल के लिए कृषि सलाह
चारा अनुभाग
अनुवांशिकी एवं पौध प्रजनन विभाग
चै. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार
दिसम्बर-जनवरी महीने के लिए कृषि परामर्श
जई
चारे की अधिक पैदावार के लिए ध्यान देने योग्य बातें:
उर्वरक प्रबंधनः बिजाई के समय डाली गई खाद के अलावा, एक कटाई वाली व अधिक कटाई वाली किस्मों में बिजाई के 30 दिन बाद 16 किलोग्राम नाइट्रोजन (35 किलोग्राम यूरिया) प्रति एकड़ के हिसाब से डालें।
बिजाई के समय डाली गई खाद व 30 दिन के बाद डाली गई खाद के अलावा, अधिक कटाई वाली किस्मों में पहली कटाई के बाद 16 किलोग्राम नाइट्रोजन (35 किलोग्राम यूरिया) प्रति एकड़ के हिसाब से अलग से डालें।
सिंचाई व निराई-गुड़ाईः प्रत्येक कटाई के बाद सिंचाई अवश्य करें। कटाई के बाद यदि खरपतवार ज्यादा हो तो एक गोड़ाई करें।
कटाईः अधिक कटाई वाली किस्मों में प्रथम कटाई बिजाई के 60-65 दिन बाद कर ली जाए तो इसकी दो कटाईयां भली प्रकार ली जा सकती हैं। चारे की कटाई ओस सूखने के बाद करें।