Posted by CSK Himachal Pradesh Agriculture University, Himachal Pradesh
Punjab
2023-01-25 13:04:42
पशु पालन: तापमान गिर रहा है और शीतलहर ने क्षेत्र को जकड़ लिया है, इसलिए नवजात बछड़ों और पशुओं को ठंड से बचाएं। नवजात बछड़ों को भीषण सर्दी में विशेष देखभाल की जरूरत होती है क्योंकि वे निमोनिया के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसलिए उन्हें शुष्क बिस्तर और ठंडी हवाओं से सुरक्षा प्रदान करके उन्हें गर्म रखें। उन्हें तीन दिन तक रोजाना दूध में विटामिन ए कंसन्ट्रेट 1 मि.ली. दें, एक महीने के बाद दोहराएं। यदि पशु के थन पर मस्से हों तो दूध निकालने से पहले और बाद में पोटैशियम परमैग्नेट के घोल से कुल्ला करें। एंटी वायरल इंजेक्शन की सलाह दी जाती है या जंगली हल्दी का पेस्ट लगाया जाता है। नवजात बछड़ों में गुलाबी नेत्र रोग के हमले के लिए मौसम उपयुक्त है, नियंत्रण के लिए उबले हुए पानी में 1% बोरिक एसिड का घोल तैयार करें और तीन घंटे के अंतराल पर आंखों को धोएं। घास और हरे चारे का मिश्रण दें। अनाज के दानों में 5- 10 प्रतिशत अधिक मिलाकर सांद्र मिश्रण की ऊर्जा सामग्री बढ़ाएँ। 10:1 के अनुपात में अच्छी तरह से भूसी हुई फलियों को गेहूं- पुआल के साथ मिलाकर खिलाएं।