

उत्तर भारत को परेशान करने वाली मौसम संबंधी चिंताओं की लिस्ट में अब एक नया नाम जुड़ गया है. धूल भरी आंधियां और तूफान.
हाल ही में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी के साथ बारिश और गरज के साथ तूफान आया. इस तूफान में 100 से अधिक लोगों को मौत हो गई और कई घर नष्ट हो गए. अकेले उत्तर प्रदेश में ही कम से कम 160 जानवरों की मृत्यु हो गई. और मरने वालों की ये संख्या अभी भी बढ़ ही रही है.
लेकिन इससे भी ज्यादा चिंता की बात ये है ये आंधी तूफान का सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार, मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में प्रभावित क्षेत्रों में तेज हवाओं और धूल भरे तूफान का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. मअगर ऐसे तूफान फिर से आए तो क्या करना चाहिए? .
तो जानिए वो 8 उपाय जो तेज आंधी तूफान के समय हमें सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं-
1. उत्तर भारत के लोगों के पास ठंड के समय का खरीदा हुआ मास्क जरुर पड़ा होगा. अगर आपके पास मास्क है या फिर नहीं है तो खरीद लें और इनका उपयोग करें. ये मास्क आपको धूल से बचाते हैं.
2. अगर आपके पास मास्क नहीं है और धूल भरे तूफान में फंस गए हैं तो सबसे पहले शरीर के उस हिस्से को बचाइए जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है: आंखें, नाक, कान और मुंह को ढंक लें. अपने चेहरे को ढंकने के लिए आपके पास जो भी कपड़ा मौजूद है उसका इस्तेमाल करें और धूल को सांस के साथ अंदर लेने से बचें. आपकी त्वचा तो धूल को बर्दाश्त कर सकती है लेकिन इसे सांस के साथ अंदर लेना खतरनाक है.
धूल आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है और चाहे जैसे भी हो आप इन्हें बचाएं. इसलिए आपको अपने साथ चश्मा या फिर गॉगल जरुर रखना चाहिए.
3. कहीं भी छुपने की जगह खोजें. और अगर छुपने की जगह न मिले तो जिधर से आंधी आ रही है उसी दिशा में झुककर खड़े हो जाएं. इससे आप सीधा धूल के संपर्क में आने से बच जाएंगे.
4. अगर तूफान आने के वक्त आप गाड़ी चला रहे हैं, तो एक सुरक्षित जगह पर रुक जाएं और तूफान के शांत होने या निकल जाने की प्रतीक्षा करें. धूल भरे तूफान सड़क पर दृश्यता को बहुत बुरी तरह प्रभावित करते हैं जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही गाड़ी की खिड़की बंद रखें.
5. किसी मजबूत दीवार के पीछे छुप जाएं. उच्च तीव्रता से चलने वाली हवाओं में इतनी ताकत होती है कि वो भारी वस्तुओं को अपने साथ लेकर चली जा सकती हैं. धूल या रेत से तो आपकी त्वचा को चोट नहीं पहुंचेगी, लेकिन अगर किसी पत्थर या चट्टान से टकरा गए तो?
6. अगर आप अस्थमा यानी दमा के मरीज हैं, या फिर आपको धूल से एलर्जी है, तो अपने इनहेलर और दवाओं के बगैर कभी भी बाहर न जाएं.
7. अगर धूल आपकी आंखों में चली गई है तो उन्हें रगड़ें नहीं. इससे आपकी आंखों को और अधिक नुकसान पहुंच सकता है.
8. और आखिरी लेकिन बहुत ही जरुरी बात- पानी हमेशा पीते रहें, और जहां भी जाएं साथ में पानी जरुर रखें. अगर तूफान में फंस गए तो पानी बहुत जरुरी हो जाता है.
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