Posted by Dr. Rajendra Prasad Central Agricultural University, Pusa, Samastipur, Bihar
Punjab
2021-07-01 09:24:18
मक्का और अरहर की बुवाई करते समय रखें इन बातों का ध्यान
मक्का- मक्का की सुआन, देवकी, शक्तिमान-1, शक्तिमान-2, राजेन्द्र संकर मक्का-3, गंगा-11 किस्मों की बुवाई अतिशीघ्र संपन्न करें। खेत की जुताई में प्रति हेक्टेयर 10 से 15 टन गोबर की सड़ी खाद, 30 किलो नत्रजन, 60 किलो स्फुर एवं 50 किलो पोटाश का व्यवहार करें। इसके लिए प्रति किलोग्राम बीज को 2.5 ग्राम थीरम द्वारा उपचारित कर बुवाई करें। बीज दर 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रखें।
अरहर- अरहर की बुवाई के लिए उचास जमीन की तैयारी करें। उपरी जमीन में बुआई के समय प्रति हेक्टेयर 20 किलो नत्रजन, 45 किलो स्फुर, 20 किलो पोटाश तथा 20 किलो सल्फर का व्यवहार करें। पूसा 9, नरेद्र अरहर 1, मालवीय-13, राजेन्द्र अरहर-1 आदि किस्में बुवाई के लिए अनुशंसित है। बीज दर 18-20 किलो प्रति हेक्टेयर रखें। बुवाई के 24 घंटे पूर्व 2.5 ग्राम थीरम दवा से प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचार करे। बुआई के ठीक पहले उपचारित बीज को उचित राईजोबियम कल्चर से उपचारित कर बुवाई करनी चाहिए।