Posted by Dr. Rajendra Prasad Central Agricultural University, Pusa, Samastipur, Bihar
Punjab
2021-08-31 12:26:49
धान की खेती करने वाले किसानों के लिए परामर्श
इस सप्ताह में अच्छी वर्षा हुई है तथा पुर्वनुमान अवधि में भी वर्षा होने की संभावना को देखते हुए जिन खेतों में जल जमाव की स्तिथि हो गयी है उस खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। किसी भी कीटनाशक या दवा का छिड़काव तथा भुरकाव अभी स्थगित रखे और मौसम साफ़ रहने पर करें।
धान- धान की फसल में तना छेदक कीट की निगरानी करें।
इस कीट की सुंडियां तनों में घुसकर क्षती पहुँचाती है।
प्रारंभिक अवस्था में बीच का भाग भूरापन लिए सुख जाता है, परन्तु नीचली पत्तियां हरी रहती है।
सुखी पत्तियों को खींचने से वह आसानी से बाहर निकल आती है।
इस प्रकार का लक्षण दिखने पर बचाव के लिए pheromone trap का 12 ट्रैप प्रति हेक्टेयर का प्रयोग करें।
खेतों में 5 प्रतिशत क्षतिग्रस्त पौधें दिखाई देने पर cartap hydrochloride दानेदार दवा का अथवा fipronil 0.3 G का 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से व्यवहार करें।