Posted by CSK Himachal Pradesh Agricultural University, Palampur
Punjab
2021-11-22 10:45:53
गेहूं, सरसों और चारे की फसल की खेती करने वाले किसान भाई ध्यान दें
गेहूं- गेहूं की पिछेती बिजाई पूरी करने की सलाह दी जाती है।
बुवाई से पूर्व मुद्रा में उचित नमी का ध्यान अवश्य रखें।
दीमक संक्रमित मिट्टी में बीज को 4 मिलीलीटर Chlorpyriphos 20 EC प्रति किलो ग्राम बीज के साथ इलाज करें और इसे सूखा लें और फिर इसको Bavistin या Vitavax 2.5 ग्राम प्रति किलो बीज के साथ उपचार करें।
जल्दी लगाए गए गेहूं की फसल में जहां खरपतवार 2 से 3 पत्तियों की अवस्था है, खरपतवार के नियंत्रण के लिए एक कनाल में 70 ग्राम की दर से isoproturon या Vesta @ 16 ग्राम प्रति 30 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे की सलाह दी जाती है।
सरसों- समय पर बोई गई सरसों की फसल में निराई की सिफारिश की जाती है।
सरसों साग पालक तथा धनिया में खरपतवार नियंत्रण करें।
चारा- रबी सीजन के चारे के लिए बरसीम, लूसर्न और जई की बुवाई की सलाह दी जाती है।