1 नवंबर का मौसम पूर्वानुमान: पूर्वोत्तर मॉनसून का आगमन जल्द, दिल्ली प्रदूषण में वृद्धि
पूर्वोत्तर मानसून 2018 अब किसी भी समय दस्तक दे सकता है। इसके चलते, देश के दक्षिणी हिस्सों में बारिश शुरू हो चुकी है और आने वाले दिनों में और बढ़ेगी।
इस समय, दो चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र बने हुए हैं, एक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में और दूसरा लक्षद्वीप क्षेत्र पे। इन दोनों प्रणालियों के बीच एक ट्रफ बनी हुई है जो दक्षिण तमिलनाडु और केरल से गुज़र रही है। इसके कारण, इन राज्यों के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है।
दक्षिण कर्नाटक में भी कुछ जगाहों पर बारिश देखी जा सकती है, जबकि रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में एक दो जगहो पर होने की सम्भावना है।
पूर्व की ओर बढ़ते हुए, एक चक्रवात पूर्वी बांग्लादेश और आसपास के इलाकों पर बना है। इससे मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हलकी से मध्यम बारिश होगी। नागालैंड और मेघालय में भी एक दो जगहों पर वर्षा होने का अनुमान हैं।
इस बीच, गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अब बारिश कम हो जाएगी परन्तु कुछ स्थानों पे हलकी बारिश की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में शुष्क और गर्म मौसम जारी रहेगा।
कुछ इसी प्रकार का मौसम, गुजरात, दक्षिण राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत पूरे मध्य भारत में देखा जा सकता है। पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जा सकती हैं।
उत्तर की बात करें तो, पश्चिमी विक्षोभ अब जम्मू-कश्मीर पर देखा जा सकता है और उसके प्रभाव से एक चक्रवात मध्य पाकिस्तान पर बना हुआ है।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में बारिश की तीव्रता बढ़ने की उम्मीद है और उसके कुछ ऊचें इलाकों में बर्फबारी भी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश के कुछ स्थानों में भी बारिश देखी जाएगी, जबकि उत्तराखंड केएक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाको में मौसम शुष्क बना रहेगा।
इसके अलावा, दिल्ली प्रदूषण में कोई राहत नहीं है. दिल्ली में कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है और कुछ इलाकों में गंभीर है। यही नहीं, आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्टार और बिगड़ सकता है।