PM-किसान सम्मान निधि स्कीम: लॉकडाउन में 8.7 करोड़ किसानों को मिली 2-2 हजार रुपये की मदद

April 14 2020

कोरोना वायरस (Covid-19) लॉकडाउन में किसान भी खासे परेशान हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Scheme) उनके लिए बड़ा सहारा बनकर उभरी है. मोदी सरकार ने देश के 8.7 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में 2000-2000 रुपये भेज दिए हैं. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने डायरेक्ट बेनिफट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से 17,400 करोड़ रुपये किसानों में वितरित करने की पुष्टि की है.

पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश में करीब 9 करोड़ किसान (farmer) रजिस्टर्ड हो चुके हैं. ऐसे में जल्द ही करीब सवा करोड़ और किसान परिवारों को 2-2 हजार रुपये मिलने की संभावना है. वैसे देश में करीब 14.5 करोड़ किसान हैं, लेकिन इस स्कीम के तहत सभी का वेरीफिकेशन नहीं हो पाया है. स्कीम के तहत हर किसान को सालाना 6 हजार रुपये देने का प्रावधान है.

कृषि मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि जो पैसा अभी भेजा जा रहा है वो इस स्कीम के दूसरे चरण की दूसरी किश्त है. स्कीम की अनौपचारिक शुरुआत 1 दिसंबर 2018 को हुई थी. जबकि औपचारिक एलान 24 फरवरी 2019 को हुआ था. लॉकडाउन के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण और राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने आर्थिक पैकेज में किसान सम्मान निधि का भी जिक्र किया था.

पैसा न मिले तो क्या करें

अगर आपको पहले सप्ताह में पैसा न मिले तो अपने लेखपाल, कानूनगो और जिला कृषि अधिकारी से संपर्क करें. वहां से बात न बने तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से जारी हेल्पलाइन (PM-Kisan Helpline 155261 या 1800115526 (Toll Free) पर संपर्क करें. वहां से भी बात न बने तो मंत्रालय के दूसरे नंबर (011-23381092) पर बात करें.

स्कीम में अपना स्टेटस खुद जानिए

आपने भी इस स्कीम का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था लेकिन अब तक पैसा नहीं आया है तो उसका स्टेटस जानना बहुत आसान है. पीएम किसान पोर्टल (PM Kisan Portal) पर जाकर आप अपना आधार, मोबाइल और बैंक खाता नंबर दर्ज करके इसके स्टेटस की जानकारी ले सकते हैं.

खुद करिए अपना रजिस्ट्रेशन 

अब किसी किसान को इस योजना में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए अधिकारियों के पास नहीं जाना पड़ेगा. कोई भी इसके पोर्टल पर जाकर खुद ही अपना रजिस्ट्रेशन कर सकता है. इसका मकसद सभी किसानों को स्कीम से जोड़ना और रजिस्टर्ड लोगों को समय पर लाभ पहुंचाना है.


इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।

स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी