हिमाचल में कीटनाशक दवाइयों पर लगाया पूर्ण रूप से प्रतिबंध

September 05 2020

मानव और पशु जीवन पर विपरीत प्रभाव डालने वाली कीटनाशक दवाएं अब बाजार में नहीं बिकेंगी। इन दवाइयों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। प्रदेशभर में अब किसी भी कीटनाशक दवाई विक्रेता की दुकान पर कीटनाशक दवाइयां नहीं मिलेंगी। कोई विक्रेता अगर ऐसा करते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कृषि विभाग कार्रवाई करेगा।

भले ही इन दवाइयों के खतरे से मानव जाति को बचाने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया हो, लेकिन किसानों को अभी तक इसके बदले बाजार में कोई जैविक दवाई उपलब्ध नहीं करवाई गई है। प्रदेश में सरकार की ओर से चलाई गई प्राकृतिक खेती भी किसानों के खेत तक नहीं पहुंच पाई है। लिहाजा, आने वाले दिनों में किसानों को समस्या आ सकती है। पहले भी कुछ कीटनाशक दवाइयों पर प्रतिबंध लगाया था लेकिन, यह कम मात्रा में थी। अब आने वाले दिनों में सरकार किसानों के लिए क्या कदम उठाएगी, इसका इंतजार रहेगा।

कीटनाशकों के बेतहाशा इस्तेमाल से जहरीली होती जा रही है खेती: कृषि उपनिदेशक

जिला उप कृषि निदेशक डॉ. पीसी सैनी ने कहा कि आज के दौर में बढ़ती जनसंख्या के लिए भोजन की मांग को पूरा करने के लिए कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग करना जरूरी है। लेकिन, उर्वरकों और कीटनाशकों के बेतहाशा इस्तेमाल से खेती जहरीली होती जा रही है। जमीन की उर्वरक क्षमता दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है। यह देख केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने भी अधिसूचना जारी कर ऐसे कीटनाशकों को प्रतिबंधित कर दिया है। कीटनाशक विक्रेता इन दवाइयों की बिक्री न करें अन्यथा कार्रवाई होगी।

 

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स्रोत: Amar Ujala