क्या आपने कभी पीले और बैंगनी रंग की गोभी देखी है, नहीं देखी तो हैरान होने की जरूरत नहीं है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पीपीगंज क्षेत्र में एक किसान ने इसकी खेती की है। यह देखने में जितनी सुंदर लग रही है, खाने में उतनी ही स्वादिष्ट और फायदेमंद है।
महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौक माफी पीपीगंज गोरखपुर के विशेषज्ञ डॉ. विवेक प्रताप सिंह बताते है कि किसान के प्रक्षेत्र (खेती) पर पीले और बैंगनी रंग की फूल गोभी उगाई जा रही है, जो फूल गोभी की तरह होगी परंतु यह कई पोषक तत्वों से भरपूर है।
डॉ. विवेक ने बताया कि इसमें फाइटो केमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, जो बीमारी और बॉडी इंफेक्शन से लड़ने में सहायक होता है। इसमें कैल्शियम फास्फोरस मैग्नीशियम और जिंक होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। यह बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है।
डॉक्टर ने बताया कि इसकी खेती के लिए ठंडी एवं आद्र जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी काफी उपयुक्त मानी जाती है, इसको लगाने का सही समय सितंबर से अक्तूबर है, शेष अन्य सभी क्रियाएं फूलगोभी की खेती की तरह ही की जाती है।
बता दें कि यह गोभी विष्णु प्रताप सिंह ने अपने खेत में लगाई हुई है। इन्हें जिले व प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर कृषि के क्षेत्र में अग्रणी कार्य हेतु पुरस्कृत एवं सम्मानित भी किया जा चुका है। इनकी इस सराहनीय पहल से किसानों में काफी उत्साह है।
किसान विष्णु प्रताप सिंह ने कहा कि इस तरह की नवीनतम चीजों को देखने कई प्रगतिशील किसान खेत में पहुंच रहे हैं। इस तरह की नई-नई तकनीकों, प्रजातियां इत्यादि को किसानों तक पहुंचाने में आने वाले समय में कृषि विज्ञान केंद्र मील का पत्थर साबित होगा। यह गोभी पोषक तत्वों से भरपूर है और देखने में भी काफी सुंदर लगती है।
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स्रोत: Amar Ujala