हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने चने और सरसों की खरीद के लिए समय तय कर दिया है. दोनों की खरीद 15 अप्रैल से 30 जून तक होगी. जबकि गेहूं की खरीद में 20 दिन की देरी होगी. पहले यह 1 अप्रैल से शुरू होनी थी लेकिन लॉकडाउन (Lockdown) के चलते 20 अप्रैल से खरीद का फैसला लिया गया है.
डॉ. लाल ने बताया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के चलते राज्य की मंडियों में आने वाली रबी फसल की पैदावार की खरीद सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. ताकि किसी प्रकार की दिक्कत न हों.
आटा, सरसों तेल की नहीं होगी कमी
उन्होंने बताया कि वीटा के बूथों पर हैफेड (HAFED) के उत्पादों को बिक्री के लिए रखा जा रहा है ताकि राज्य के लोग लॉकडाउन के दौरान इन उत्पादों को बूथों के माध्यम से ले सकें. किसी भी प्रकार से आटा और सरसों के तेल की सप्लाई को रूकने नहीं दिया जाएगा और न ही इसकी कमी आएगी.
गेहूं पर मिलेगा बोनस, बाकी पर फैसला नहीं
अगर कोई किसान 20 अप्रैल से 5 मई तक अपना गेहूं खरीद केंद्र पर बेचता है तो उसे सरकार 1925 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर खरीदेगी. यानी यही गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) है. लेकिन 6 से 31 मई तक यही गेहूं 1975 रुपये क्विंटल के हिसाब से खरीदा जाएगा, यानी एमएसपी के ऊपर 50 रुपये का बोनस जुड़ेगा. इसी तरह 1 से 30 जून तक 2050 रुपये के हिसाब से खरीद होगी. यानी 125 रुपये का बोनस जुड़कर मिलेगा.
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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी