विदेश से आ गई देश में 25 साल तक कमाई करवाने वाली VVIP फसल

May 16 2018

आज हम आपको ऐसे फल की पैदावर की जानकारी देने वाले हैं जो इसे खाने वाले की सेहत बनाएगा और इसे बेचने वाले का बैंक एकाउंट पैसों से भर देगा। यूं तो भारत में कई तरह के फल होते हैं लेकिन ड्रेगन फल (dragon fruit farming) के बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी है। यह फल आमतौर पर वियतनाम, थाईलैंड, इजराइल और श्रीलंका जैसे देशों में होता है, लेकिन बाजार में इसकी ज्यादा डिमांड और ऊंची कीमत होने की वजह से अब भारत के किसान भी इसे करने में ज्यादा रूचि लेने लगे हैं। इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद आपको भी समझ आ जाएगा कि क्यों यह फसलों में डायमंड की तरह है।

इसका बाजार कहां और कितना बड़ा है

वैसे तो अधिकतर फल खाने के लिए ही लोग इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ड्रेगन फल का इस्तेमाल कंपनियां खासतौर पर ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने के लिए भी बड़े स्तर पर करती हैं। इसके अलावा इसका इस्तेमाल आइसक्रीम, जैली, जूस और वाइन (शराब) बनाने के लिए भी किया जाता है। हैरत होगी आपको यह भी जानकर कि ज्यादा पैसे वाले लोग इसका इस्तेमाल अपने करोड़ों रूपए वाले घरों और बंगलों में सजावट के लिए भी करते हैं।

7 स्टार और 5 स्टार होटलों में भी इसको सुबह ब्रेकफास्ट में मेहमानों को दिया जाता है।

लागत और कमाई

ड्रेगन का पौधा एक बार लगाने के बाद लगभग 25 साल तक फल देता है। इस फसल में पहले साल लागत प्रति एकड़ तकरीबन 1 लाख से 1.5 लाख रुपये तक आती है। इसके बाद दूसरे साल से लागत सिर्फ नाम मात्र की रह जाती है जो कि मुख्यतौर पर थोड़ा बहुत पानी देने और एक-दो मजदूरों के जरिए देखभाल पर आती है।

ड्रेगन के फल की खेती से मुनाफा प्रति एकड़ तीन लाख रुपये हो जाता है लेकिन इतना मुनाफा पहले साल ना होकर दूसरे-तीसरे साल से होता है। दरसअल, यह फसल स्टोविया की खेती की तरह होता है जिसमें एक बार पौधा लगाने के बाद कई साल तक फसल काटी जा सकती है।ऐसे में कमाई के साथ साथ मुनाफा साल दर साल बढ़ता जाता है जबकि लागत साल दर साल घटती जाती है।

बाजार में ड्रेगन के एक फल की कीमत 150 रुपये से 300 रुपये तक है।

स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है ड्रेगन फ्रूट

ड्रेगन फल स्वास्थ के लिए लाभकारी है इसलिए इसका बाजार भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है।-इस फल को खाने से डाइबिटीज और कॉलेस्ट़ल को कम करने में मदद मिलती है। वसा और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। ड्रेगन फल अस्थमा, अर्थेराइटिस और हार्ट की बीमारी के लिए बेहद फायदेमंद होता है। साथ ही यह वजन कम करने और बुढ़ापे का असर कम करने में मदद करता है।

ड्रेगन फल की वैरायटी

ड्रेन फ्रूट 3 वैराइटी में आता है।

लाल रंग का फल जिसमें अंदर का गुदा सफेद रंग का होता है

लाल रंग का फल जो अंदर से भी लाल रंग का ही होता है

बाहर से पीले रंग का फल जो कि अंदर से सफेद रंग का होता है

कैसे करें ड्रेगन फल की खेती 

ड्रेगन फल के पौधे कम उपजाऊ वाली मिट्टी और तापमान में होने वाले लगातार परिवर्तनों के बीच होते हैं।

अच्छी बात ये है कि इसे लगभग सभी तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है।

ड्रेगन फल की बुआई का सबसे आसान तरीका, टहनियों को काट कर मिट्टी में लगाना होता है। हालांकि बीज के जरिए भी इसकी बुआई की जा सकती है।

पौधे की वृद्धि के लिए 10 से 15 किलो जैविक कंपोस्ट और जैविक उर्वरक डालना चाहिए।

बहुत अच्छी बात ये है कि ड्रेगन फल के पौधों में किसी तरह की बीमारी नहीं होती है

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Source: Kisan Khabar