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कुदरती/जैविक ढंगों से बगीची की देख रेख

फंगस वाले रोगों की रोकथाम के लिए 4 दिन पुरानी खट्टी लस्सी जो कि तांबे के बर्तन में रखी हो, को 15 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।

कद्दू जाति सब्जियों में लाल भुंडी की रोकथाम के लिए 2 किलो राख में 20 मि.ली. मिट्टी का तेल मिलाकर सुबह के समय खेतों में बुरकाव करें।

विभिन्न कीटों की रोकथाम के लिए सबसे पहले 2 किलो लहसुन, 1 किलो अदरक और 1 किलो हरी मिर्च को पीस कर 14 लीटर पानी में मिक्स करें और कपड़े से छानें। फिर इस घोल की स्प्रे फसलों पर करें।

ठूठी रोग से बचाव के लिए 250 ग्राम कच्चा दूध लें और उसे 15 लीटर पानी में मिक्स करें। इस घोल की स्प्रे हफ्ते में तीन बार करें।

गाय का गोबर भी एक असरदार ग्रोथ प्रमोटर होता है। एक साल पुरानी 3 पाथियों को 10 लीटर पानी में मिलाकर चार दिन छांव में रखें और बाद में कपड़े से छानकर 2 लीटर उपलों के पानी को 15 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। फसल तेजी से वृद्धि करेगी।

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