chickens

आखिर क्यों झाड़े जाते हैं मुर्गियों के पंख, यह है कारण

आमतौर पर मुर्गियों की एक साल की अंडों की उपज के बाद पंख झाड़े जाते हैं। यह प्रक्रिया 4 महीने में पूरी होती है, पर आज कल नई तकनीकें आने के कारण यह प्रक्रिया 6-8 सप्ताह में पूरी हो जाती है। पंख झाड़ने का मतलब है लंबे समय तक अंडे देने के बाद मुर्गी को कुछ समय आराम देना और अंडों के दूसरे चक्र के लिए तैयार करना।

पंख झाड़ने के लाभ

मुर्गियों के नए झुंड को पालने की लागत कम हो जाती है।

दूसरे चक्र में अंडों का आकार भी बड़ा होता है।

पंख झाड़ने से होने वाली हानियां

अंडों की उपज पहले चक्र से 10-15 प्रतिशत कम हो जाती है।

मुर्गियों में मौत की दर अधिक हो जाती है।

अंडे की गुणवत्ता कम हो जाती है।

खुराक की खप्त बढ़ जाती है।

पंख झाड़ने के विभिन्न विभिन्न तरीकों का विकास किया गया है पर सभी तरीकों से पक्षियों पर दबाव पड़ता है। कुदरती और सबसे बढ़िया तरीका वही है जिसमें दबाव कम से कम हो। पंख जल्दी झड़ जाने पर पक्षी जल्दी अंडे देने लग जायें। बहुत सारे तरीकों में कई दिनों के लिए खुराक बंद करनी पड़ती है और रोशनी कम करनी पड़ती है, पानी की मात्रा भी घटानी पड़ती है।

नोट: जो झुंड बीमारियों से रहित हों, उनके ही पंख झाड़ने चाहिए और यह काम माहिरों की देख रेख में ही करना चाहिए।

गुरू अंगद देव वैटनरी और एनीमल साइंसज़ यूनिवर्सिटी, लुधियाना

कृषि और पशुपालन के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपनी खेती एप्प डाउनलोड करें - एंड्राइड, आईफ़ोन